Ladli Behna Yojana : लाडली बहना योजना, जो महायुति की सरकार लाने में अहम भूमिका निभाई, के लिए सरकार ने 1400 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है। इससे यह उम्मीद की जा रही है कि सरकार जल्दी ही लाडली बहनों को पैसे देगी, लेकिन यह तय नहीं है कि यह राशि 1500 रुपये से बढ़ाकर 2100 रुपये होगी या नहीं।
नागपुर में सोमवार को महाराष्ट्र विधान मंडल का शीतकालीन सत्र शुरू हुआ। पहले दिन कैबिनेट मंत्री उदय सामंत ने 35,788.40 करोड़ रुपये की अनुपूरक मांगें दोनों सदनों में पेश की। इस पर चर्चा दो दिन चलेगी।
लाडली बहना योजना के लिए 1400 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है।
हाल ही में विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान एकनाथ शिंदे, देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार ने इस योजना के तहत राशि को 1500 रुपये से बढ़ाकर 2100 रुपये प्रति माह करने की घोषणा की थी। अब जब उनकी सरकार वापस आ गई है, तो उन्होंने 1400 करोड़ रुपये का बजट रखा है।
चुनाव से पहले लाडली बहनों को कितनी राशि दी गई?
पिछले बजट में शिंदे सरकार ने 21 से 60 साल की महिलाओं को हर महीने 1500 रुपये देने का ऐलान किया था। उस समय वित्तमंत्री अजित पवार ने 46,000 करोड़ रुपये का प्रावधान किया था। चुनाव से पहले लगभग ढाई करोड़ महिलाओं को सरकार ने पैसे दिए हैं। अब अगली किस्त के लिए सरकार को और धन की आवश्यकता है।
छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा के लिए 36 करोड़ रुपये का बजट सिंधुदुर्ग जिले के मालवण तहसील में राजकोट किले में रखा गया है। इसके अलावा, लोक निर्माण विभाग के लिए 7,490 करोड़ रुपये, उद्योग, ऊर्जा और श्रम विभाग के लिए 4,112 करोड़ रुपये, शहरी विकास के लिए 2,774 करोड़ रुपये, ग्रामीण विकास के लिए 2,007 करोड़ रुपये और आदिवासी विकास विभाग के लिए 1,830 करोड़ रुपये का बजट भी रखा गया है। महिला और बाल विकास विभाग के लिए 2,155 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है।