12th November Public Holiday: नवंबर में त्योहारी छुट्टियों का सिलसिला जारी है। दीपावली की लंबी छुट्टियों के बाद अब छात्रों, सरकारी कर्मचारियों और ऑफिस वर्कर्स को एक और दिन आराम का मौका मिलेगा। 12 नवंबर को जबलपुर में देवउठनी ग्यारस (देव प्रबोधिनी एकादशी) पर अवकाश घोषित किया गया है।
छात्रों के लिए एक और छुट्टी का दिन
जबलपुर के जिला कलेक्टर दीपक सक्सेना ने 12 नवंबर को जिले भर में सभी सरकारी स्कूल-कॉलेज और दफ्तरों में छुट्टी का ऐलान किया है। यह खबर छात्रों और कर्मचारियों के लिए निश्चित रूप से राहत की खबर है। जहां दिवाली के समय 31 अक्टूबर से 3 नवंबर तक छुट्टियों का आनंद लिया गया, वहीं अब देवउठनी ग्यारस पर भी एक दिन का अवकाश मिल गया है।
बैंक रहेंगे खुले, सामान्य कामकाज जारी
हालांकि, छुट्टियों के इस अवसर पर भी बैंकों, कोषालयों और उप-कोषालयों को इस आदेश से मुक्त रखा गया है। यानी बैंक और उससे जुड़े कार्यालयों में सामान्य कामकाज बिना किसी रुकावट के चलता रहेगा। बैंक के ग्राहकों के लिए यह राहत की बात है कि बैंकिंग सेवाओं पर अवकाश का कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।
जबलपुर का तीसरा स्थानीय अवकाश
साल 2024 में जबलपुर जिले का यह तीसरा स्थानीय अवकाश होगा। इससे पहले भी कलेक्टर द्वारा दो अन्य स्थानीय छुट्टियां घोषित की जा चुकी हैं। यह कदम जिले में धार्मिक एवं सांस्कृतिक आयोजनों का सम्मान करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है, जिसमें सभी को अपने त्योहारों को मनाने का अवसर दिया जा रहा है।
कलेक्टर के आदेश में क्या खास?
कलेक्टर दीपक सक्सेना ने स्पष्ट किया है कि 12 नवंबर को सरकारी दफ्तरों में छुट्टी का आदेश सिर्फ स्कूल-कॉलेजों और सरकारी दफ्तरों पर लागू होगा, बैंकिंग और कोषालय सेवा पर इसका असर नहीं पड़ेगा। यह आदेश पत्र छात्रों और सरकारी कर्मचारियों के लिए एक सौगात की तरह आया है, जो उन्हें एक और त्योहार का आनंद लेने का मौका देगा।
छुट्टी का मतलब सिर्फ आराम नहीं – धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व का सम्मान
देवउठनी ग्यारस का दिन धार्मिक दृष्टि से खास महत्व रखता है, खासकर जब भगवान विष्णु की नींद से जागने की मान्यता जुड़ी हो। इस दिन को भक्तगण पूरे हर्षोल्लास से मनाते हैं, और स्थानीय प्रशासन द्वारा इस अवसर पर अवकाश घोषित करना धार्मिक भावनाओं का आदर करना है।
तो अगर आप भी जबलपुर में हैं, तो इस 12 नवंबर को अवकाश का पूरा आनंद उठाइए और अपने परिजनों के साथ देवउठनी ग्यारस का पर्व मनाइए।